नजर लगने से हिफाजत

माशा अल्लाह की फ़ज़ीलत

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया :

“जिस शख्स ने कोई ऐसी चीज़ देखी जो उसे पसंद आ गई, फ़िर उस ने (माशा अल्लाह ! व लाहौल वला क़ूवता इल्लाह बिल्लाही) कह लिया, तो उस की नज़र से कोई नुक्सान नहीं पहुंचेगा।”

📕 कंजुल उम्मुल : १७६६६, अनस (र.अ)

तर्जुमा : जो कुछ अल्लाह चाहता है [होता है] और अल्लाह के अलावा कोई ताकत नहीं है।