Namaz ki Fazilat

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नमाज का तरीका | Namaz in Hindi

नमाज़ का तरीका बहोत आसान है। नमाज़ या तो २ रक’आत की होती है, या ३, या ४ रक’आत की। एक रक’आत में एक क़याम, एक रुकू और दो सजदे होते है। नमाज़ का तरीका कुछ इस तरह है –

8 Muharram | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

इस्लामी तारीख: हजरत शीस (अ.), हुजूर (ﷺ) का मुअजीजा: बैतुल मुक़द्दिस के बारे में खबर, एक सुन्नत: तक्बीरे तहरीमा के बाद दुआ, एक अहेम अमल: आशूरा का रोज़ा …

तरावीह की नमाज़ के वैज्ञानिक फायदे (Scientific Benefits of Salah)

नमाज में हैं तन्दुरुस्ती के राज: मोमिन अल्लाह के हर फरमान को अपनी ड्यूटी समझ उसकी पालना करता है। उसका तो यही भरोसा होता है कि अल्लाह के हर फरमान […]

11. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा 

तारीख: हज़रत नूह (अ.स), अल्लाह की कुदरत : बादल, एक फ़र्ज़: बीवी की विरासत में शौहर का हिस्सा, अहेम अमल : शुक्रिया अदा करने की दुआ, एक गुनाह: झूटी गवाही शिर्क के बराबर …

10. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

तारीख: हज़रत इदरीस (अ.स) की दावत, मुअजिजा : अबू जहल पर खौफ, एक फ़र्ज़ : पर्दा करना फर्ज है, अहेम अमल : नमाज़े चाश्त की फ़ज़ीलत, कुफ्र व शिर्क का नतीजा
तिलावत ऐ कुरआन और जिक्रे इलाही की फ़ज़ीलत …

9 Muharram | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

तारीख: हज़रत इदरीस, अल्लाह की कुदरत : चाँद का फायदा, एक फ़र्ज़ : पाँचों नमाजें अदा करने पर बशारत, अहेम अमल : माहे मुहर्रम में रोजे का सवाब, बिला शराब पीने का गुनाह …

7 Muharram | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

तारीख: काबील और हाबील, अल्लाह की कुदरत : सूरज, एक फ़र्ज़ : दीन में नमाज़ की अहमियत, अहेम अमल : आशूरा के रोजे का सवाब, बिला ज़रूरत मांगने का वबाल …

6 Muharram | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

तारीख: हज़रत आदम (अ.स) का दुनिया में आना, मुअजिजा : चाँद के दो टुकड़े होना, एक सुन्नत: मेजबान को दुआ देना, अहेम अमल : माहे मुहर्रम में रोजा रखना, यतीमों का माल खाने का गुनाह …

5 Muharram | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

तारीख: हज़रत आदम (अ.स), अल्लाह की कुदरत : ज़मीन और उस की पैदावार, सुबह की नमाज़ अदा करने पर हिफाजत का जिम्मा, एक सुन्नत: पूरे सर का मसह करना, अहेम अमल : इस्लाम में बेहतर आमाल, गुनाह की वजह से रिज़्क से महरूमी …

20 Rabi-ul-Awal | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा

इस्लामी तारीख: अरबों की अखलाक़ी हालत, सुबह की नमाज अदा करने पर हिफाज़त का जिम्मा, एक सुन्नत: अज़ाबे कब्र से बचने की दुआ, अमल: इंसाफ करने वाले नूर के मिम्बरों पर होंगे, फिजूलखर्ची करने का गुनाह, खाने पीने की चीजों में गौर करने की दावत …