Sataaye hue ki aah se bacho, kyunki uske aur Allah ke bich koi rukawat nahi hoti

सताए हुए की आह से बचो, क्यूंकि उसके और अल्लाह के मध्य कोई रुकावट नहीं होती।

पैग़म्बर मुहम्मद (ﷺ) ने फ़रमाया:

❝ सताए हुए की आह से बचो, क्यूंकि उसके और अल्लाह के मध्य कोई रुकावट नहीं होती। ❞

📕 बुख़ारी

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अल्लाह के साथ शिर्क न करना अगरचे तुम टुकड़े टुकड़े कर दिए जाओ और जला दिए जाओ। [हदीस: इब्ने माजाह 4034] #IplusTV #IslamicQuotes

अल्लाह के साथ शिर्क न करना अगरचे तुम टुकड़े टुकड़े कर दिए जाओ और जला दिए जाओ। [हदीस: इब्ने माजाह 4034]

۞ हदीस : अल्लाह के पैगम्बर (ﷺ) ने फ़रमाया :

“अल्लाह के साथ शिर्क न करना अगरचे तुम टुकड़े टुकड़े कर दिए जाओ और जला दिए जाओ।”

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सत्य साधक के लिए कुरआन मार्गदर्शक है। “वास्तव में, ये कुरआन वह मार्ग दिखाता है, जो सबसे सीधी है…” (कुरआन 17:9)

सत्य साधक के लिए कुरआन मार्गदर्शक है। “वास्तव में, ये कुरआन वह मार्ग दिखाता है, जो सबसे सीधी है…” (कुरआन 17:9)

सत्य साधक के लिए कुरआन  मार्गदर्शक है।

“वास्तव में, ये कुरआन वह मार्ग दिखाता है, जो सबसे सीधी है…”

(कुरआन  17:9)

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संदेह पैदा करनेवाले को छोड़कर निःसंदेह वाले को स्वीकार करें। सत्य शांति है और असत्य शंका।” (हजरत मुहम्मद ﷺ)

संदेह पैदा करनेवाले को छोड़कर निःसंदेह वाले को स्वीकार करें। सत्य शांति है और असत्य शंका।” (हजरत मुहम्मद ﷺ)

अनिश्चित्व/ संदेह में शांति नहीं।

संदेह पैदा करनेवाले को छोड़कर निःसंदेह वाले को स्वीकार करें। सत्य शांति है और असत्य शंका।”

(हजरत मुहम्मद ﷺ)

Ref: Wisdom  Media School | #IslamicQuotes by Ummat-e-Nabi.com

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जो शख्स रिश्तेदारों का हक अदा करने के लिए सदके का दरवाज़ा खोलता है तो अल्लाह तआला उस की दौलत को बढ़ा देता है [मुनदे अहमदः 9624] #IslamicQuotes #Hadeed #DailyHadees #HadeesoftheDay

रसूलअल्लाह (ﷺ)  फरमाते है: “जो शख्स रिश्तेदारों का हक अदा करने के लिए सदके का दरवाज़ा खोलता है तो अल्लाह … Read More

जो कुछ सुना उसे बयान करना झूठा ठहराने के लिए काफी है। (पैगंबर मोहम्मद ﷺ)

जो कुछ सुना उसे बयान करना झूठा ठहराने के लिए काफी है। (पैगंबर मोहम्मद ﷺ) #Hadeed #DailyHadees #HadeesoftheDay

जुबान को लगाम देना अच्छा है। “जो कुछ सुना उसे बयान करना झूठा ठहराने के लिए काफी है।” (पैगंबर मोहम्मद … Read More

पीड़ित की प्रार्थना, अल्लाह बिना किसी रूकावट से स्वीकार करता है।” (हजरत मुहम्मद ﷺ)

पीड़ित की प्रार्थना, अल्लाह बिना किसी रूकावट से स्वीकार करता है।” (हजरत मुहम्मद ﷺ)

संकट में प्रार्थना उपाय है:  “पीड़ित की प्रार्थना, अल्लाह बिना किसी रूकावट से स्वीकार करता है।” (हजरत मुहम्मद ﷺ) Ref: Wisdom … Read More

आज हम मुहर (मुद्रा) लगा देंगे उन के मुखों पर और हम से बात करेंगे उन के हाथ, तथा साक्ष्य (गवाही) देंगे उन के पैर उन के कर्मों की जो वे कर रहे थे। (कुरआन ३६:६५)

आज हम मुहर (मुद्रा) लगा देंगे उन के मुखों पर और हम से बात करेंगे उन के हाथ, तथा साक्ष्य (गवाही) देंगे उन के पैर उन के कर्मों की जो वे कर रहे थे। (कुरआन ३६:६५) #Hadeed #DailyHadees #HadeesoftheDay

निश्चित रूप से अपराधी पकड़े जाएंगे। आज हम मुहर (मुद्रा) लगा देंगे उन के मुखों पर और हम से बात … Read More

विश्वास और व्यवहार को सही करें। परमेश्वर के अतिरिक्त किसी की आराधना न करें …

विश्वास और व्यवहार को सही करें। परमेश्वर के अतिरिक्त किसी की आराधना न करें; और माँ-बाप के साथ, नातेदारों के … Read More

क्या मन अशांत है?

क्या मन अशांत है? रास्ता है। कुरआन के साथ रिश्ता बनाएं; कुरआन दिलों को स्वस्थ करता है और मार्गदर्शन देता … Read More

बेटियाँ और बहनें स्वर्ग के रास्ते हैं। जिसको दो या तीन बेटियाँ या बहनें हैं, वह अगर उनको श्रद्धा से देखभाल और पालन पोषण करें तो उनके लिए स्वर्ग है। (पैगंबर मोहम्मद)

बेटियाँ और बहनें स्वर्ग के रास्ते हैं। जिसको दो या तीन बेटियाँ या बहनें हैं, वह अगर उनको श्रद्धा से देखभाल और पालन पोषण करें तो उनके लिए स्वर्ग है। (पैगंबर मोहम्मद) #Hadeed #DailyHadees #HadeesoftheDay

बेटियाँ और बहनें स्वर्ग के रास्ते हैं। जिसको दो या तीन बेटियाँ या बहनें हैं, वह अगर उनको श्रद्धा से … Read More

जो सहयोग नहीं करता और निसहयोग बनाये रखता है, उसमें कोई भलाई नहीं है। (पैगंबर मोहम्मद ﷺ)

जो सहयोग नहीं करता और निसहयोग बनाये रखता है, उसमें कोई भलाई नहीं है। (पैगंबर मोहम्मद ﷺ) #Hadeed #DailyHadees #HadeesoftheDay

जो सहयोग नहीं करता और निसहयोग बनाये रखता है, उसमें कोई भलाई नहीं है। (पैगंबर मोहम्मद ﷺ) Ref: Wisdom  Media … Read More

“सन्तान की हत्या न करे बल्कि सुरक्षा दे। और निर्धनता के भय से अपनी सन्तान की हत्या न करो, हम उन्हें भी रोज़ी देंगे और तुम्हें भी।” (कुरआन १७:३१)

“सन्तान की हत्या न करे बल्कि सुरक्षा दे। और निर्धनता के भय से अपनी सन्तान की हत्या न करो, हम उन्हें भी रोज़ी देंगे और तुम्हें भी।” (कुरआन १७:३१) #Hadeed #DailyHadees #HadeesoftheDay

“सन्तान की हत्या न करे बल्कि सुरक्षा दे। और निर्धनता के भय से अपनी सन्तान की हत्या न करो, हम … Read More

अनाथों के प्रति करुणा पर्याप्त नहीं है, सम्मान भी जरूरी है। “ऐसा नहीं, बल्कि तुम अनाथ का आदर नहीं करते।” (कुरआन ८९:१७) #Hadeed #DailyHadees #HadeesoftheDay

क्या आप अनाथों का सम्मान करते हो? अनाथों के प्रति करुणा पर्याप्त नहीं है, सम्मान भी जरूरी है। “ऐसा नहीं, … Read More

हर पल कीमती है। जीवन के वृक्ष से समय के पत्ते झड़ते है। “अतः जब निवृत हो तो परिश्रम में लग जाओ।” (कुरआन ९४:७)

हर पल कीमती है। जीवन के वृक्ष से समय के पत्ते झड़ते है। “अतः जब निवृत हो तो परिश्रम में लग जाओ।” (कुरआन ९४:७) #Hadeed #DailyHadees #HadeesoftheDay

हर पल कीमती है। जीवन के वृक्ष से समय के पत्ते झड़ते है। “अतः जब निवृत हो तो परिश्रम में … Read More

जीवनसाथी में अच्छाई खोजें और खुश रहें। ” एक विश्वासी को अपनी पत्नी से घृणा नहीं करनी चाहिए। अगर उसका एक व्यवहार संतोषजनक नहीं है तो दूसरा होगा।” (हजरत मुहम्मद ﷺ)

जीवनसाथी में अच्छाई खोजें और खुश रहें। ” एक विश्वासी को अपनी पत्नी से घृणा नहीं करनी चाहिए। अगर उसका एक व्यवहार संतोषजनक नहीं है तो दूसरा होगा।” (हजरत मुहम्मद ﷺ) #Hadeed #DailyHadees #HadeesoftheDay

जीवनसाथी में अच्छाई खोजें और खुश रहें। ” एक विश्वासी को अपनी पत्नी से घृणा नहीं करनी चाहिए। अगर उसका … Read More

और व्यभिचार (adultery) के निकट भी न जाओ।

और व्यभिचार (adultery) के निकट भी न जाओ।

कल्याणकारी मधुर संदेश

इस्लाम समाज में फैली किसी भी बुराई जैसे (चोरी/बलात्कार/शराब…आदि) से न सिर्फ रोकता है बल्कि उसे मिटाने के तरीके भी बताता है।

“और ज़िना (व्यभिचार) के निकट भी न जाओ, नि:सन्देह यह बहुत ही घृणित काम और बुरा रास्ता है।”

पवित्र कुरआन (17:32)

सबसे पहले तो इस्लाम लोगों को आध्यात्मिक स्तर पर इतना उठाता है कि वो ऐसा कार्य न करें। इसके बाद भी यदि कुछ लोग (स्त्री-पुरुष) यौन-अपराध कर बैठे तो इस्लाम ऐसे लोगों पर अपनी क़ानून व्यवस्था को क्रियान्वित (लागु) कर देता है।

दोषी पुरुष-स्त्री-दोनों या कोई एक-यदि विवाहित हैं तो संगसार कर देने (मार डालने) की सज़ा दी जाती है। यदि दोनों, या कोई एक,
अविवाहित हो तो ‘सौ कोड़े मारने की सज़ा निर्धारित की गई है।

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जो कोई दिल से ‘अल्हम्दुलिल्लाही रब्बिल आलमीन’ कहेगा उसके लिए 30 नेकियां लिखी जाएगी

🌟 रसूलअल्लाह (सलअल्लाहू अलैही वसल्लम) ने फरमाया :

❝जो कोई दिल से अल्हम्दुलिल्लाही रब्बिल आलमीन कहेगा (यानी ज़ुबान के साथ दिल से भी इसका यकीन हो की तमाम तारीफें अल्लाह के लिए हैं और वही सारे जहाँ का पालने वाला है) तो उसके लिए 30 नेकियां लिखी जाएगी और 30 गुनाह मिटा दिए जाएँगे”❞

📕 मसनद अहमद , हदीस 7813-सहीह 


⭐ रसूलअल्लाह (सलअल्लाहू अलैही वसल्लम) ने फरमाया:

❝अलहम्दुलिल्लाह कहने से मीज़ान भर जाता है❞

📕 सुनन इब्न माजा, जिल्द 1, 280-सहीह

© Ummat-e-Nabi.com

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Kisi bhi neki ko Mamuli mat samjho

अल्लाह के रसूल (ﷺ) ने फ़रमाया: ❝नेकी के किसी काम को हक़ीर मत समझो।❞ – (सहीह मुस्लिम: २६२६ © www.ummat-e-nabi.com/home) … Read More