Mayyat ki ankhen band karte waqt ki dua ((اللَّهُمَّ اغْفِرْ لِفُلاَنٍ (بِاسْمِهِ) وَارْفَعْ دَرَجَتَهُ فِي الْمَهْدِيِّينَ، وَاخْلُفْهُ فِي عَقِبِهِ فِي
Barish ko rokne ki dua – Dua to stop rain | Allaahumma hawa laynaa walaa ‘alaynaa, Allaahumma ‘alal aakaami waz ziraabi wa butoonil awadiyati wa manaabitish shajar
यूँ तो मुकम्मल कुरआन हमारे दिल को सुकून पोहचाता है, लेकिनं इस पोस्ट में हम महज कुछ ही दुआओं का तज़किरा कर रहे है जो बेचैनी और बेकरारी के इलाज के लिए कुरआन व सुन्नत से मुफीद साबित है।
Allahumma rahmataka arjoo fala takilnee ila nafsee tarfata AAayn, wa-aslih lee sha/nee kullah, la ilaha illa ant.
(ऐ अल्लाह! मैं तेरी रह़मत की आशा रखता हूं, इस लिए तू मुझे पलक झपकने के बराबर भी मेरे नफ़्स (आत्मा) के ह़वाले न कर और मेरे लिए मेरे तमाम काम ठीक कर दे। तेरे सिवा कोई इबादत के लायक़ नहीं।)
La ilaha illal-lahul-AAatheemul-haleem, la ilaha illal-lahu rabbul-AAarshil-AAatheem, la ilaha illal-lahu rabbus-samawati warabbul-ardi warabbul-AAarshil-kareem.
(अल्लाह के सिवा कोई इबादत के लायक़ नहीं। वह महान तथा सहनशील है। अल्लाह के अलावा कोई इबादत के लायक़ नहीं, जो बड़े अर्श का रब है। अल्लाह के सिवा कोई इबादत के लायक़ नहीं, जो आस्मानों का रब, ज़मीन का रब और अर्शे करीम का रब है।)
सीरत – इमाम बुखारी (रहमतुल्लाहि अलैहि), अल्लाह की कुदरत – हीरा और कोयला, एक फर्ज – शौहर के भाइयों से पर्दा करना, जमीन नाहक लेने का अज़ाब, सब से ज़ियादा खौफ़ की चीज़ …