तिजारत में झूट बोलने का गुनाह

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया :
ताजिर लोग बड़े गुनहगार होते हैं

लोगों ने कहा : या रसूलल्लाह (ﷺ) ! क्या अल्लाह तआला ने तिजारत को हलाल नहीं किया?

आप (ﷺ) ने फ़रमाया :
“हाँ बेशक, लेकिन वह कसम खा कर गुनहगार होते हैं और बात करते हुए झूट बोलते हैं।”

📕 मुस्तदरक : २१४५