रुकू व सज्दे में उंगलियों को रखने का तरीका

रसूलुल्लाह (ﷺ) जब रुकू फ़र्माते तो
(हाथों की) उंगलियों को खुली रखते और जब सज्दा फरमाते, तो उंगलियाँ मिला लेते।

📕 तबरानी कबीर: १७४९८