कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है:
“जब इन्सान के सामने हमारी आयतें पढ़ी जाती हैं, तो कहता है के यह पहले लोगों के किस्से कहानियां हैं। हरगिज़ नहीं! बल्के उन के बुरे कामों के सबब उन के दिलों पर जंग लग गया है।”
Home » Quotes » सिर्फ पाँच मिनट का मदरसा » 30. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा » कुरआन का मजाक उड़ाने का गुनाह
कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है:
“जब इन्सान के सामने हमारी आयतें पढ़ी जाती हैं, तो कहता है के यह पहले लोगों के किस्से कहानियां हैं। हरगिज़ नहीं! बल्के उन के बुरे कामों के सबब उन के दिलों पर जंग लग गया है।”