कब्र या तो जन्नत का बाग़ या जहन्नुम का गढ़ा है

रसूलल्लाह (ﷺ) ने फरमाया:

“कब्र या तो जन्नत के बागों में से एक बाग़ है या जहन्नुम के गढ़ों में से एक गढ़ा है।”

📕 तिर्मिज़ी: २४६०