नमाज़ के लिये पैदल आना

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया :

“सब से जियादा नमाज का सवाब उस आदमी को मिलेगा जो सबसे जियादा पैदल चल कर आए फिर उससे जियादा सवाब उस आदमी को मिलेगा जो उस से ज़ियादा दूर से चल कर आए।”

📕 बुखारी : ६५१