रबीआ बिन अकसम (र.अ.) फ़रमाते हैं के
“रसूलुल्लाह (ﷺ) दांतों की चौड़ाई में (यानी दाएँ से बाएँ और बाएँ से दाएँ) मिस्वाक फरमाते थे।”
Home / Quotes / सिर्फ पाँच मिनट का मदरसा / 5. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा / मिस्वाक दाँतों की चौड़ाई में करना
रबीआ बिन अकसम (र.अ.) फ़रमाते हैं के
“रसूलुल्लाह (ﷺ) दांतों की चौड़ाई में (यानी दाएँ से बाएँ और बाएँ से दाएँ) मिस्वाक फरमाते थे।”