खाने में बरकत बीच में उतरती है

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया :

“बरकत खाने के बीच में उतरती है,
तुम किनारे से खाया करो,
खाने के बीच से मत खाया करो।”

📕 तिर्मिजी: १८०५