दोज़ख़ (जहन्नुम) की दीवार की चौड़ाई

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया :

“दोजख की आग की कनातों को चार दीवारों ने घेर रखा है
और हर एक दीवार की चौड़ाई चालीस साल चलने के बराबर है।”

📕 तिर्मिज़ी : २५८४