इस्तिन्जे के बाद वुजू करना

हजरत आयशा (र.अ) फर्माती हैं के –

रसूलुल्लाह (ﷺ) जब बैतुलखला से निकलते तो वुजू फरमाते।

📕 मुस्नदे अहमद : २५०३३