हलाल रोज़ी कमाओ रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : "रोज़ी को दूर न समझो, क्योंकि कोई आदमी उस वक्त तक नहीं मर सकता जब तक के जो रोजी उस के मुक़द्दर में लिख दी गई है, वह उस को न मिल जाए। लिहाजा रोजी हासिल करने में बेहतर तरीका इख्तियार करो, हलाल रोजी कमाओ…
इल्म हासिल करना फ़र्ज़ है ... रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “इल्म हासिल करना हर मुसलमान पर फर्ज है।” 📕 इब्ने माजा: २२४ फायदा : हर मुसलमान पर इल्मे दीन का इतना हासिल करना फर्ज है के जिस से हलाल व हराम में तमीज़ कर ले और दीन की सही समझ बूझ, इबादात के तरीके और…
कामयाब कौन? रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : "कामयाब हो गया वह शख्स जिसने इस्लाम क़बूल किया और उसको जरूरत के बकद्र रोज़ी मिली और अल्लाह तआला ने उस को दी हुई रोज़ी पर कनाअत करने वाला बना दिया।" 📕 मुस्लिम:२४२६, अन अब्दुल्लाह बिन अम्र विन आस (र.अ)
जन्नत हासिल करने के लिये दुआ करना जन्नत हासिल करने के लिये इस दुआ को कसरत से माँगे: तर्जमा: (ऐ मेरे रब!) मुझ को जन्नत की नेअमतों का वारिस बना दे। 📕 सूरह शोअरा: ८५
हलाल कमाई से मस्जिद बनाने की फजीलत रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: "जिस ने हलाल कमाई से अल्लाह की इबादत के लिये घर बनाया, तो अल्लाह तआला उस के लिये जन्नत में कीमती मोती और याकूत का शानदार घर बनाएगा।" 📕 मोअजमुल औसत : ५२१६, अन अबी हुरैरह (र.अ)
अल्लाह ही रोजी तकसीम करता हैं क़ुरआन में अल्लाह तआला फर्माता है : “दुनियवी जिंदगी में उन की रोज़ी हम ने ही तकसीम कर रखी है और एक को दूसरे पर मर्तबा के एतबार से फज़ीलत दे रखी है ताकि एक दूसरे से काम लेता रहे।” 📕 सूर-ए-जुखरुफ़ :३२
कामयाब कौन है? रसूलुल्लाह (ﷺ)ने इर्शाद फ़र्माया : “कामयाब हो गया वह शख्स जिसने इस्लाम कबूल किया और उसको जरुरत के ब कद्र रोजी मिली और अल्लाह तआला ने उस को दी हई रोजी पर कनाअत करने वाला बना दिया।” 📕 मुस्लिम: २४२६