दुनिया में लगे रहने का अंजाम

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया :

“जो शख्स (दुनिया की जेब व जीनत को देख कर और अपने अंजाम को सोचे बगैर) दुनिया में घुसता है, तो वह अपने आपको जहन्नम में डालता है।”

📕 शोअबुल ईमान : १०१२४