दुआ के कलिमात को तीन बार कहना

रसूलल्लाह (ﷺ) दुआ व इस्तिगफार के कलिमात को
तीन तीन मर्तबा दोहराना पसन्द फ़र्माते थे।

📕 अबू दाऊद: १५२४

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