99 बीमारियों की दवा (ला हौल वला कुव्वत इल्ला बिल्लाह)

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया :

जो शख्स “ला हौल वला कुव्वत इल्ला बिल्लाह” पढेगा,
तो यह निनान्वे मर्ज की दवा है,
जिस में सबसे छोटी बीमारी रंज व ग़म है।

📕 मुस्तदरक हाकिम: १९९०