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“इस्लाम और हमारा घर”
कुफ्फारों की मुशाबियत में शिरकत
अल्लाह के रसूल ﷺ ने फ़रमाया:
“जो किसी क़ौम से मुशाबहत इख़्तियार करे वो उन्हीं में से है।”( अबूदाऊद ) रावी: इब्ने उमर
(मोजमुल वसीत: हुज़ैफा रज़िअल्लाहु अ़न्हु)
( स़ही़ह़ अल जामे 6149) (स़ही़ह़)सिरीज » इस्लाम और हमारा घर
——J,Salafy✒——
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जिस शख़्स ने किसी नेकी का पता बताया, उसके लिए (भी) नेकी करने वाले के जैसा अजर हैं।
(स़ही़ह़ मुस्लिम: ज़ी. 3, हदीस 4665)
Kuffaro ki Mushabiyat me Shirqat | Post 12 | Islam aur Humara Ghar
