हज़रत मुहम्मद (ﷺ) और बौद्ध धर्म ग्रन्थ (डा.… डा. एम. ए. श्रीवास्तव नें एक पुस्तक लिखी (हज़रत मुहम्मद सलल्लाहो अलैहि वसल्लम और भारतीय धर्मग्रन्थ) अपनी इस पुस्तक की भूमिका में वह लिखते हैं- हज़रत मुहम्मद (सलल्लाहो अलैहि वसल्लम) के आगमन की पूर्व सूचना हमें बाइबिल, तौरेत और अन्य…
तौहीद - इस्लाम की पहली अनिर्वाय आस्था इस्लाम की सबसे पहली जो आस्था है तौहिद इसको हम आपके सामने रखते है जो मानवता को बताने के लिए इश्वर (अल्लाह) ने हर समय, हर समुदाय, हर जाती के अंदर प्रेषित (नबी, इश्दुत) भेजे ताकि मानवों को बता दे…
141+ हदीस की अच्छी-अच्छी बातें | पैगम्बर… हदीस की अच्छी-अच्छी बातें अल्लाह के आखरी पैगंबर मुहम्मद साहब (ﷺ) की शिक्षाओं की एक झलक हिंदी में। हदीस की अच्छी-अच्छी बातें संसार के विषय में | Best Islamic Quotes 1-10 1. समस्त संसार को बनाने वाला एक ही मालिक…
इस्लाम अपनाने से मैं संतुष्ट हो गयी | रोमन… "कुरआन के अध्ययन के बाद इस्लाम अपनाने के अपने फैसले पर मैं संतुष्ट हो गयी" - रोमन कैथोलिक परिवार में जन्मी आयशा जिबरील मैं आपके साथ शेयर करना चाहती हूं वह यह है कि मैंने अपने लिए मुस्लिम नाम आयशा…
मुस्लिम बेहनों के लिए कुरआन सुन्नत से 50 नसीहतें… मुस्लिम बेहनों के लिए कुरआन सुन्नत से 50 नसीहतें बिस्मिल्लाहिरहमानिर्रहीम! अल्हम्दुलिल्लाह वस्सलातु वसल्लामु अला रसूलिल्लाहि (ﷺ) ऐ मुस्लिम बहन! मुस्लिम का मतलब होता है, अल्लाह का फर्माबरदार (आज्ञाकारी) होना. इस्लाम में यह ज़िम्मेदारी मर्द व औरत दोनों पर एक समान रूप से…
इस्लाम की एक विशेषता यह भी है कि उसके… » NonMuslim View About Islam: राजेन्द्र नारायण लाल (एम॰ ए॰ (इतिहास) काशी हिन्दू विश्वविद्यालय): ‘‘...संसार के सब धर्मों में इस्लाम की एक विशेषता यह भी है कि इसके विरुद्ध जितना भ्रष्ट प्रचार हुआ किसी अन्य धर्म के विरुद्ध नहीं हुआ…
रिसालत - इस्लाम की दूसरी अनिर्वाय आस्था *रिसालत का अर्थ होता है के जब अल्लाह ने पृथ्वी पर मानवो को भेजा तो मानव क्या करे और क्या ना करे , कैसे जीवन व्यक्त करे इसके मार्गदर्शन के लिए इश्वर(अल्लाह) मानवो में से एक मानव को चुन लेता…
Sacha Dharm Konsa hai | सच्चा धर्म कौनसा… Sacha Dharm Konsa hai | सच्चा धर्म कौनसा है जानिये | सच्चा धर्म कौन सा है? यह एक प्रश्न है जिसका उत्तर विभिन्न धर्मों की दृष्टि से दिया जा सकता ...
इस्लाम की मूल आस्थाये: तौहिद, रिसालत और आखिरत इस्लाम की मुल आस्थाये ३ है , जिन्हें मानना सम्पूर्ण मानवजाति के लिए अनिर्वाय (Compulsory) है | तौहिद – एकेश्वरवाद (एक इश्वर में आस्था रखना) रिसालत – प्रेशित्वाद (इशदुत, नबी, Messengers) आखिरत – परलोकवाद (मृत्यु के बाद का जीवन) पहली…