दज्जाल की हकीकत (फितना ऐ दज्जाल) पार्ट 1
Complete Story of Dajjal from Birth to Death (Part 1)
दज्जाल कौन है? दज्जाल कहा है? दज्जाल कब निकलेगा? दज्जाल की दावत, दज्जाली फितने की नौईयत व हकीकत, दज्जाल के पैरोकार, दज्जाली ताकतो का तारूफ, दज्जाल से बचने के लिए रूहानी व तजविराती तदबीर (मुफ्ती अबु लुबाबा शाह मंसूर © www.ummat-e-nabi.com)
✦ झूठे दावेदार की तीन निशानीया:
अल्लाह के नबी ﷺ फ़रमाते है: ❝ जब से अल्लाह ने आदम (अलैहि सलाम) को पैदा किया, दुनिया मे कोई फितना दज्जाल के फितने से बडा नही हुआ, और अल्लाह ने जिस नबी को भी मबऊस फरमाया उसने अपनी उम्मत को दज्जाल से डराया है, और मे आखिरी नबी हुं और तुम बेहतरीन उम्मत हो इसलिए वो तुम्हारे अंदर ही निकलेगा,
अगर अगर वो मेरी मौजूदगी (जिन्दगी) मे निकला तो हर मुसलमान की तरफ से उस का मुकाबला करने वाला मैं हुं, अगर मेरे बाद निकला तो हर मुसलमान अपना दिफा खुद करेगा और अल्लाह हर मुसलमान का मुहाफिज व निगेहबान होगा।
वो शाम और इराक के दरमियान एक रास्ते पर नामूदार होगा, पस वो हर तरफ फसाद फैलायगा, ऐ अल्लाह के बंदो ! तुम उस वक्त साबित कदम रहना, मैं तुम्हारे सामने इसकी वो अलामत बयान कर देता हुं, जो मुझसे पहले किसी नबी ने बयान नही की। वो (दज्जाल) सबसे पहले तो ये दावा करेगा के मैं नबी हुं, हालांकि मेरे बाद कोई नबी नही।
फिर ये दावा करेगा कि मैं तुम्हारा रब हुं, मगर उसे देखने वाले को पहली ही नजर मे ऐसी तीन चीजे नजर आ जाएगी, जिनसे उस के दावे की तकजीब की जा सकती है।
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1) एक तो ये कि वो आंखो से नजर आ रहा होगा, हालांकि तुम अपने रब को मरने से पहले नही देख सकते, तो इसका नजर आना ही इस बात की दलील होगा कि वो रब नही।
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2) दुसरी ये कि वो काना होगा, हालांकि तुम्हारा रब काना नही।
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3) तीसरी ये कि इसकी दोनो आंखो के दरमियान “کافر” लिखा होगा जो हर मोमिन पढ लेगा, ख्वाह वो लिखना पढना जानता हो या ना जानता हो।
– ( इब्ने माजा, अबु दाउद, इब्ने खुजैमा, अल हाकिम)
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