16 अप्रैल 2024

आज का सबक

सिर्फ पांच मिनिट का मदरसा क़ुरआन व सुन्नत की रौशनी में
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1. इस्लामी तारीख

मेअराज का सफर

हिजरत से एक साल पहले हजूर (ﷺ) को सातों आसमानों की सैर कराई गई, जिस को “मेअराज” कहते हैं। क़ुरआने करीम में भी सराहत के साथ इस का तज़केरा आया है। जब आपकी उम्र मुबारक ५१ साल ९ माह हुई, तो रात के वक़्त आपको मस्जिदे हराम लाया गया और जमजम और मकामे इब्राहिम के दर्मियान से बुराक नामी सवारी पर हजरत जिबईल (अ.स.) के साथ बैतूल मकदीस तशरीफ लाए। यहाँ आपने तमाम अम्बियाए किराम की इमामत फर्माई।

2. अल्लाह की कुदरत/मोजज़ा

कंगारु में अल्लाह की क़ुदरत

कंगारु, खरगोश की हम शक्ल एक बड़ा जानवर है जो इन्सानी कद के बराबर होता है।

उसके अगले पैर बहुत छोटे और पिछले पैर बहुत बड़े और मजबूत होते हैं, इस की दूम भी काफ़ी लंबी और मोटी होती है, यह अपनी दुम पर बैठ जाता है।

अजीब बात यह है के इस के पेट पर एक थैली होती है, कंगारु का बच्चा पैदाइश के वक्त सिर्फ दो इंच का होता है जिस की आँख भी बंद रहती है।

इसके बावजूद वह अपनी माँ के जिस्म के बालों को पकड़ कर सीधा उस थैली में पहुँच जाता है और वहा दूध पीकर बड़ा होता है। जियादा वक्त इसी थैले मे गुजारता है और कंगारु उस को हर जगह लिये फिरता खिलाता-पिलाता है।

भला बताओ तो सही के इस छोटे से बच्चे को थैली का रास्ता कौन बताता और बचपने से बडा होने तक कौन उसकी हिफाजत व परवरिश करता है। बेशक अल्लाह ही अपनी कुदरत से इन जानवरों की रहनुमाई फर्माता है।

📕 अल्लाह की कुदरत

3. एक फर्ज के बारे में

पानी न मिलने पर तयम्मुम करना

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया :

“पाक मिट्टी मुसलमान का सामाने तहारत है, अगरचे दस साल तक पानी न मिले, पस जब पानी पाए तो चाहिये के उस को बदन पर डाले यानी उस से वुजू या ग़ुस्ल कर ले। क्योंकि यह बहुत अच्छा है।”

📕 अबू दाऊद : ३३२

4. एक सुन्नत के बारे में

5. एक अहेम अमल की फजीलत

कसरत से सज्दा करने की फ़ज़ीलत

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया :

“कसरत से सज्दा किया करो क्योंकि जब तुम सिर्फ और सिर्फ अल्लाह के लिये सज्दा करोगे तो अल्लाह तआला उस के बदले तुम्हें एक दर्जा बुलंद करेगा और तुम्हारा एक गुनाह माफ करेगा।”

📕 मुस्लिम: 1093

6. एक गुनाह के बारे में

शराब, जुवा, बूत और फाल खोलना सब शैतानी काम है

क़ुरान में अल्लाह तआला फ़र्माता है

“ऐ ईमान वालो! सच्ची बात यह है के शराब, जुवा, बूत और फाल खोलने के तीर, यह सब शैतान के नापाक काम है, लिहाजा तुम इनसे बचो! ताके तुम अपने मकसद में कामयाब हो जाओ।”

📕 सूरह मायदा १०५

7. दुनिया के बारे में

दुनिया की चीजें खत्म होने वाली हैं

दुनिया की चीजें खत्म होने वाली हैं

कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : 

“जो कुछ तुम्हारे पास (दुनिया में) है वह (एक दिन) खत्म हो जाएगा और जो अल्लाह तआला के पास है वह हमेशा बाकी रहने वाली चीज़ है।”

📕 सूरह नहल: ९६

8. आख़िरत के बारे में

जहन्नुम की गहराई

दोजख (जहन्नुम) की गहराई

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : 

“एक पत्थर को जहन्नम के किनारे से फेंका गया, वह सत्तर साल तक उस में गिरता रहा मगर उस की गहराई तक नहीं पहुंच सका।”

📕 मुस्लिम : ७४३५

9. तिब्बे नबवी से इलाज

सिरका के फवाइद

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया:

“सिरका क्या ही बेहतरीन सालन है।”

📕 मुस्लिम: ५३५०, अन आयशा रज़ि०

फायदा : मुहद्दिसीन हज़रात कहते हैं के सिरका तिल्ली के बढ़ने को रोकता है, जिस्म में वरम नहीं होने देता, खाने को हज़म करता है, खून को साफ करता है, फोड़े फुन्सियों को दूर करता है। [अलइलाजुन नबी]

10. क़ुरआन व सुन्नत की नसीहत

सब से बेहतरीन दवा

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: 

“सबसे बेहतरीन दवा कुरआन है।”

📕 इब्ने माजा: ३५३३

फायदा : उलमाए किराम फर्माते हैं के क़ुरआनी आयात के मफ़हूम के मुताबिक जिस बीमारी के लिए जो आयत मुनासिब हो, उस आयत को पढ़ने से इन्शा अल्लाह शिफा होगी और यह सहाब-ए-किराम का मामूल था।

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