1. सफर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा
हजरत याकूब (अ.स) पर आजमाइश, कुदरत : खारे पानी को मीठा बनाना, एक फर्ज : नमाज़े गुनाहों को मिटा देती हैं, सुन्नत : ज़मीन पर बैठ कर खाना, मुसलमान की ग़ीबत और बेइज्जती की सजा …
हिंदी में सिर्फ पाँच मिनट का मदरसा कुरआन और सुन्नत की रौशनी में।
हजरत याकूब (अ.स) पर आजमाइश, कुदरत : खारे पानी को मीठा बनाना, एक फर्ज : नमाज़े गुनाहों को मिटा देती हैं, सुन्नत : ज़मीन पर बैठ कर खाना, मुसलमान की ग़ीबत और बेइज्जती की सजा …
इस्लामी तारीख : हज़रत याकूब (अ.स), मुअजिज़ा: सुराका के घोड़े का ज़मीन में धंस जाना, एक फ़र्ज़ : बाजमात नमाज़ पढ़ने की निय्यत से मस्जिद जाना, मुसलमानों को तकलीफ पहुँचाने का गुनाह, आख़िरत : जहन्नम की वादी, तिब्बे नब्बीसे इलाज : शहद के फवाइद …
इस्लामी तारीख : कौमे लूत पर अजाब, कुदरत : दरख्तों के पत्तों के फायदे, एक फर्ज : दीन में नमाज़ की अहेमियत, गरीब व मिस्कीन से मुलाकात करना, क़यामत के दिन सब से बदहाल शख्स …
इस्लामी तारीख : हजरत लूत (अ.स), एक फ़र्ज़ : कजा नमाज़ों की अदाएगी, एक सुन्नत : कब्रस्तान जाने की दुआ, अहेम अमल : तहिय्यतुल वुजू पर जन्नत का इन्आम, नमाज़ में सुस्ती करने का गुनाह …
इस्लामी तारीख : जुलकरनैन, कुदरत : खारे और मीठे पानी का अलग रहना, एक फर्ज : मांगी हुई चीज़ का लौटाना, जन्नत में जाने की दुआ, अपनी इज्जत के लिये दूसरों को खड़ा करने का गुनाह …
हज़रत इस्हाक़ (अ.स) की खुसूसियत व अज़मत, मुअजिजा : हज़रत फातिमा (र.अ) के चेहरे का रोशन हो जाना, एक फ़र्ज़ : तमाम रसूलों पर ईमान लाना, एक सुन्नत : कनाअत और सब्र हासिल करने की दुआ, अहेम अमल : तकलीफों पर सब्र करना, नाप तौल में कमी करने का गुनाह …
25. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा 25 Muharram | Sirf Paanch Minute ka Madarsa 1. इस्लामी तारीख हज़रत इस्हाक़ (अ.) की पैदाइश हजरत इस्हाक़ (अ.) की विलादत बा सआदत अल्लाह तआला […]
तारीख: हजरत इस्माईल (अ.स), मुअजिजा : अहद नामे को कीड़े के खाने की खबर देना, एक फ़र्ज़ : गुस्ल के लिए तयम्मुम करना, एक सुन्नत : खुशखबरी सुन कर दुआ पढ़ना, अहेम अमल : जुमा के दिन सूरह कहफ पढ़ना, अल्लाह की आयतों को न मानने का गुनाह …
हजरत इब्राहीम (अ.स) के अहले खाना, अल्लाह की कुदरत : हवा, एक फर्ज : इशा की नमाज की अहेमियत, कुरआन में अपनी राय को दखल देने का गुनाह, दुआ से बलाओं का टलना …
तारीख: हजरत इब्राहीम (अ.स) की आज़माइश, मुअजिजा : एक प्याला दूध सब के लिये काफी हो गया, एक फ़र्ज़ : दाढ़ी रखना, एक सुन्नत : कपड़े पहनने की दुआ, अहेम अमल : अल्लाह के वास्ते मुहब्बत करना, अल्लाह और रसूल का हुक्म न मानने का गुनाह …
हजरत इब्राहीम (अ.स) को सज़ा देने की तजवीज़, अल्लाह की कुदरत : मोती की
पैदाइश, एक फर्ज : माँ बाप के साथ अच्छ सुलूक करना, ईमान वालों को तकलीफ देने का गुनाह, आख़िरत: अहले जहन्नम की फरियाद …
तारीख: हजरत इब्राहीम (अ.स) की दावत, मुअजिजा : एक इशारे में दरख्त का दो हिस्सा हो जाना, एक फ़र्ज़ : अपने घर वालों को नमाज़ का हुक्म देना, अहेम अमल : अल्लाह से रहम तलब करना, दोजख / जहन्नुम से नजात की दुआ, झूटी तोहमत लगाने का गुनाह …
हज़रत इब्राहीम (अ.स) की कौम की हालत, अल्लाह की कुदरत : ज़बानों का मुख्तलिफ होना, एक फर्ज : कुरआन मजीद पर ईमान लाना, शतरंज खेलने का गुनाह, आख़िरत: अहले जन्नत का शुक्र अदा करना …
तारीख: हजरत इब्राहीम (अ.स), मुअजिजा : अबू तालिब का सेहतयाब होना, एक फ़र्ज़ : जमात के साथ नमाज़ अदा करना, अहेम अमल : नुक्सान से हिफाज़त, फुजूल कामों में माल खर्च करने का गुनाह, माल व औलाद अल्लाह के क़ुर्ब का जरिया नहीं …
हजरत सालेह (अ.स) की दावत और कौम का हाल, अल्लाह की कुदरत : दीमक, एक फर्ज : इल्म हासिल करना फ़र्ज़ है, अहेम अमल : आफत व बला दूर होने की दुआ, सिफारिश पर बतौरे हदिया माल लेने का गुनाह …
तारीख: हज़रत हूद (अ.स) की दावत, अल्लाह की कुदरत : जमीन व आसमान की तखलीख, अल्लाह हर एक को दोबारा जिन्दा करेगा, अहेम अमल : गुस्सा दूर करने की दुआ, एक गुनाह: रिश्ते तोड़ने वाला जन्नत से महरूम …
तारीख: हजरत नूह (अ.स) की दावत, मुअजिजा : दरख्त का हुजूर (ﷺ) को इत्तेला देना, एक फ़र्ज़ : नमाजी पर जहन्नम की आग हराम है, अहेम अमल : नेअमत के मिलने पर अल्हम्दुलिल्लाह कहना, अल्लाह के साथ शिर्क करने का गुनाह, दुनिया चाहने वालों का अन्जाम …
तारीख: हज़रत नूह (अ.स), अल्लाह की कुदरत : बादल, एक फ़र्ज़: बीवी की विरासत में शौहर का हिस्सा, अहेम अमल : शुक्रिया अदा करने की दुआ, एक गुनाह: झूटी गवाही शिर्क के बराबर …
तारीख: हज़रत इदरीस (अ.स) की दावत, मुअजिजा : अबू जहल पर खौफ, एक फ़र्ज़ : पर्दा करना फर्ज है, अहेम अमल : नमाज़े चाश्त की फ़ज़ीलत, कुफ्र व शिर्क का नतीजा
तिलावत ऐ कुरआन और जिक्रे इलाही की फ़ज़ीलत …
तारीख: हज़रत इदरीस, अल्लाह की कुदरत : चाँद का फायदा, एक फ़र्ज़ : पाँचों नमाजें अदा करने पर बशारत, अहेम अमल : माहे मुहर्रम में रोजे का सवाब, बिला शराब पीने का गुनाह …
तारीख: काबील और हाबील, अल्लाह की कुदरत : सूरज, एक फ़र्ज़ : दीन में नमाज़ की अहमियत, अहेम अमल : आशूरा के रोजे का सवाब, बिला ज़रूरत मांगने का वबाल …
तारीख: हज़रत आदम (अ.स) का दुनिया में आना, मुअजिजा : चाँद के दो टुकड़े होना, एक सुन्नत: मेजबान को दुआ देना, अहेम अमल : माहे मुहर्रम में रोजा रखना, यतीमों का माल खाने का गुनाह …
तारीख: हज़रत आदम (अ.स), अल्लाह की कुदरत : ज़मीन और उस की पैदावार, सुबह की नमाज़ अदा करने पर हिफाजत का जिम्मा, एक सुन्नत: पूरे सर का मसह करना, अहेम अमल : इस्लाम में बेहतर आमाल, गुनाह की वजह से रिज़्क से महरूमी …
तारीख: तातारी फ़ितना और आलमे इस्लाम, हुजूर (ﷺ) का मुअजिजा : रौशनी का तेज़ होना, एक फर्ज : नमाज़े जुमा के लिए जमात का होना, अहेम अमल : मोमिन की परेशानी में मगफिरत , एक गुनाह : बुरे कामों की सज़ा, नज़रे बद और शैतानी असर से हिफ़ाज़त …
इस्लामी तारीख : टीपू सुलतान की शहादत, मेरे नजदीक शेर की एक दिन की जिंदगी गीदड़ की सौ साला जिंदगी से बेहतर है। , अल्लाह की कुदरत: हवा में आवाज़, एक फर्ज : वालिदैन के साथ अच्छा बर्ताव करना …
हज़रत मौलाना जलालुद्दीन रूमी (रह.), सितारे, तकदीर पर ईमान लाना, खूशबू को रद नहीं करना चाहिए, हाजी से मुलाकात करना, मुसलमानों के क़त्ल में मदद करने की सज़ा , दुनिया से बे रग़बती पैदा करना …
(1). अल्लामा अब्दुर्रहमान बिन जौज़ी (रह.), (2). बेहोशी से शिफ़ा पाना, (3). कज़ा नमाज़ों की अदायगी, (4). गुनाहों से बचने की दुआ, (5). मस्जिद की सफाई का इन्आम, (6). कुफ्र की सज़ा जहन्नम है, (7). माल व औलाद दुनिया के लिए ज़ीनत, (8). कब्र की पुकार, (9). बड़ी बीमारियों से हिफ़ाज़त, (10). जन्नत में दाखिल करने वाले आमाल…
सीरत – इमाम इब्ने माजा (रहमतुल्लाहि अलैहि), हुजूर (ﷺ) का मुअजीजा: छूहारों में बरकत, एक फर्ज के बारे में: तक्बीराते तशरीक, खैर व भलाई की दुआ, दुनियावी जिंदगी पर खुश न होना, बीमारी से मुतअल्लिक अहम हिदायत …
सीरत – इमाम तिर्मिज़ी (रहमतुल्लाहि अलैहि), हज की फ़र्जियत, आमाल की कुबूलियत की दुआ, यतीम के सर पर हाथ फेरने की फजीलत, दीन को झुटलाने का गुनाह …
अंबर मछली में अल्लाह की क़ुदरत, अल्लाह तआला सबको दोबारा ज़िन्दा करेगा, कुर्बानी जहन्नम से हिफाजत का ज़रिया, क़ुरबानी न करने पर वईद, कयामत के दिन बदला कुबूल न होगा …
हज़रत अबू उबैदह बिन जर्राह (र.अ), पानी अल्लाह की नेअमत, इल्म हासिल करना फ़र्ज़ है, रुखसत के वक्त मुसाफह करना, बेवा और मिस्कीन की मदद करने पर सवाब, पड़ोसी को सताने का गुनाह, ऐश व इशरत से बचना, मुजरिमों के खिलाफ आज़ा की गवाही, मुनक्का (Black Currant) से पठे वगैरह का इलाज, अदल व इंसाफ के साथ फैसला किया करो..
हज़रत सईद बिन जैद (र.अ), टूटे हुए पैर का ठीक हो जाना, नमाज़ में किबला की तरफ रुख करना, खाने के बाद की दुआ, हर नमाज के बाद तसबीहे फातिमी पढ़ना, किसी पर तोहमत लगाना गुनाहे अज़ीम है, नेक आमाल के बदले दुनिया की रौनक चाहना, अहले जन्नत को खुश्खबरी, कद्दू (दूधी) से इलाज, अपने मुसलमान भाई से झगड़ा मत करो
इस्लामी तारीख: हज़रत जुबैर बिन अव्वाम (र.अ), नमाज़ी पर जहन्नम की आग हराम है, जब बुरा ख्वाब देखे तो यह अमल करे, बीमारी की शिकायत न करना, अल्लाह और उसके रसूल की नाफर्मानी का गुनाह, किसी गुनाह को छोटा और मामूली न समझो …
इस्लामी तारीख: हज़रत तल्हा बिन उबैदुल्लाह (र.अ), बारिश में कुदरती निज़ाम, बीवी की विरासत में शौहर का हिस्सा, मुस्कुराते हुए मुलाकात करना, हर महीने के तीन दिन रोजे रखने की फ़ज़ीलत, औरतों को उनके मेहर खुश दिली से दिया करो …
इस्लामी तारीख: दीन के मुकम्मल होने का एलान, दाँतों की बनावट में अल्लाह की क़ुदरत, अपने घर वालों को नमाज़ का हुक्म देना, रुख्सत के वक़्त मुसाफा करना, जन्नत का मुस्तहिक, सामान ऐब बताए बगैर फरोख्त करने का गुनाह, अल्लाह तआला को तुम्हारे सब आमाल की खबर है…
इस्लामी तारीख: हज्जतुलवदा में आखरी खुतबा, इल्म हासिल करना फ़र्ज़ है, क़ब्र के जियारत की दुआ, मुसाफा से गुनाहों का झड़ना, यतीमों का माल खाने का गुनाह, माल व औलाद क़ुर्बे खुदावन्दी का जरिया नहीं …
वफ्दे नजरान की मदीने में आमद, मुअजिजा: आँख की रोशनी का तेज होना, नमाज़ दीन ऐ इस्लाम का सुतून है, बीमार पुरसी के वक़्त की दुआ, अल्लाह के लिये अपने भाई की जियारत करना, कंजूसी करने का गुनाह, दुनिया की चीजें चंद रोजा हैं, मोमिन के साथ क़ब्र का सुलूक, दिल की कमज़ोरी का इलाज, छह चीजों की जमानत: जब बात करो तो सच बोलो …
गज्व-ए-तबूक, मुंह में रतूबत (थूक), मय्यित का कर्ज उसके माल से अदा करना, कसरत से इस्तिग़फार करने की सुन्नत, अपने अख़्लाक़ दुरूस्त करने की फ़ज़ीलत, किसी के सतर को देखने का गुनाह, माल जमा करने का नुकसान, परहेज़गारों की नेअमत, मिस्वाक के फवाइद, सुबह शाम खूब ज़िक्रे इलाही किया करो …
हूज़ूर (ﷺ) का शाम का पहेला सफर, गुस्ल के लिये तययम्मुम करना, बुढ़ापे में रिज़्क में बरकत की दुआ, मौत को कसरत से याद करने की फ़ज़ीलत, पाक दामन औरतों पर तोहमत लगाने का गुनाह, क़यामत के दिन लोगों की हालत …
इस्लामी तारीख: अरबों की अखलाक़ी हालत, सुबह की नमाज अदा करने पर हिफाज़त का जिम्मा, एक सुन्नत: अज़ाबे कब्र से बचने की दुआ, अमल: इंसाफ करने वाले नूर के मिम्बरों पर होंगे, फिजूलखर्ची करने का गुनाह, खाने पीने की चीजों में गौर करने की दावत …