मोर की खूबसूरती, सुबह की नमाज़ अदा करने पर हिफ़ाज़त का जिम्मा, हाथ पाँव की उंगलियों का खिलाल करना, अल्लाह के वास्ते मुहब्बत करना, कर्ज अदा न करने का गुनाह, माल की हालत, जन्नत में मेहमान नवाजी, बीमारी से बचने की तदबीर, नेकी की नसीहत करो और खुद भी अमल करो
हज़रत उमर (र.अ) की बहादुरी, हज़रत अली (र.अ) की आँख का ठीक हो जाना, जकात की फर्जियत, दुनिया व आखिरत की भलाई की दुआ, शौहर की खुशी पर जन्नत, सच्ची गवाही को छुपाने का गुनाह, दुनियावी ज़िन्दगी धोका है, कब्र में ही ठिकाने का फैसला, खजूर से इलाज, लोगों के लिये वही चीज पसंद करो जो तुम अपने लिये पसंद करते हो…
हज़रत अबू बक्र सिद्दीक (र.अ), मुश्क अल्लाह के खजाने से आता है, इस्लाम की बुनियाद, सुन्नत ज़िन्दा करने की फजीलत, नमाज़े इश्राक की फ़ज़ीलत, सूद खाने और खिलाने पर लानत, दुनिया दार का घर और माल…
इस्लामी तारीख: हज्जतुल विदाअ, अल्लाह की कुदरत: इन्सान का सर, एक फर्ज: बीवी की विरासत में शौहर का हिस्सा, सोने से पहले बिस्तर झाड़ लेना, जन्नत में दाखिल करने वाली चीज़, इजार या पैन्ट टखने से नीचे पहनने का गुनाह …
रूम के बादशाह हिरकल (Hercules) के नाम दावती खत, अल्लाह की कुदरत : पहाड़ों में पानी का जखीरा, एक फ़र्ज़: सिला रहमी करना, जुमा के लिये खास लिबास पहनना, शराबी की सज़ा …
गज्व-ए-ख़न्दक में सहाबा की कुरबानी, हुजूर (ﷺ) की दुआ की बरकत, शौहर की विरासत में बीवी का हिस्सा, गम के वक्त यह दुआ पढ़े, आखिरत के मुकाबले में दुनिया से राज़ी होने का वबाल, ग़रीबों से मुहब्बत और उन के करीब रहने की वसिय्यत…
ग़ज़व-ए-खन्दक, कब्र के बारे में ख़बर देना, वारिसीन के दर्मियान विरासत तकसीम करना, सैलाबी बारिश रोकने की दुआ, मेहमान का इकराम करने की फ़ज़ीलत, हक को झुटलाने की सज़ा, माल व औलाद की मुहब्बत, कब्र में नमाज की तमन्ना, सिर दर्द से हिफाजत, हमेशा सच बोलो क्योंकि सच नेकी का रास्ता बताता है …
इस्लामी तारीख: ग़ज़व-ए-दौमतुल जन्दल, च्यूंटी की दूर अन्देशी में अल्लाह की कुदरत, एक फर्ज: बीमार की नमाज़, गुनाहों की मगफिरत का वजीफा, क़यामत के दिन लोगों की हालत, जोड़ों के दर्द का इलाज …
(1). रजी और बीरे मऊना का अलमनाक हादसा, (2). बदन की हड्डी कुदरत की निशानी, (3). तक़दीर पर ईमान लाना, (4). घर वालों से नेक बरताव करना, (5). अल्लाह के रास्ते में रोज़ा रखना, (6). बोहतान – झूठा इलज़ाम लगाने की सज़ा, (7). हलाल रोज़ी कमाओ , (8). क़यामत के दिन आमाल का बदला दिया जायेगा, (9). हिजामा के फायदे: मुफीद तरीन इलाज, (10). अल्लाह ताला कुफ्र को पसंद नहीं करता …
(1). शराब की हुरमत का हुक्म, (2). हज़रत साबित (र.अ) के लिये पेशीनगोई, (3). विरासत में लड़की का हिस्सा, (4). फसाद करने वालों पर गलबा पाने की दुआ, (5). अपने घरवालों पर खर्च करने की फ़ज़ीलत, (6). इन्कार करने वालो का अजाब, (7). अपने बीवी बच्चों से होशियार रहो, (8). जहन्नम की आग की सख्ती, (9). तबीअत के मुवाफिक ग़िज़ा से इलाज, (10). मेहमान की दावत व मेहमान नवाजी तीन दिन है …
(1). हमराउल असद पर तीन रोज कयाम, (2). मेअदे का निज़ाम ( Digestive System ), (3). सुबह की नमाज अदा करने पर हिफाजात का जिम्मा, (4). मूंछों को तराशना, (5). खाना खिलाने की फ़ज़ीलत, (6). आपस में दुश्मनी रखने का गुनाह, (7). दुनिया में लगे रहने का वबाल, (8). कयामत के हालात : जब सूरज बेनूर हो जाएगा, (9). आटे की छान से इलाज, (10). अक्लमंद लोग क़ुरआन से नसीहत हासिल करे …
(1). ग़ज़व-ए-उहुद में सहाबा-ए-किराम की बेमिसाल क़ुरबानी, (2). हाथ से ख़ुश्बू निकलना, (3). मजदूर को पूरी मजदूरी देना, (4). बदअख़्लाक़ी से बचने की दुआ, (5). खुशू व खुजू से नमाज़ अदा करना, (6). यतीमों का माल खाने का गुनाह, (7). नाफ़र्मानों से नेअमतें छीन ली जाती हैं, (8). अहले ईमान और क़यामत का दिन, (9). कद्दू (दूधी) से इलाज, (10). पडोसी का इकराम किया करो ….
(1). ग़ज़वा-ए-उहुद में मुसलमानों की आज़माइश, (2). नाक – कुदरते इलाही की निशानी, (3). शौहर पर बीवी के खर्चे की जिम्मेदारी, (4). सवारी पर सवार होने के बाद की दुआ , (5). अल्लाह के लिये मुहब्बत का बदला, (6). पड़ोसी को तकलीफ देने का गुनाह, (7). दुनिया की रगबत का खौफ, (8). जन्नत वालों का इनाम व इकराम , (9). मोतदिल गिज़ा का इस्तेमाल, (10). इंसान को उस के माँ बाप के बारे में ताकीद …
(1). ग़ज़व-ए-उहुद, (2). हराम लुकमे का गले से नीचे न उतरना, (3). क़ज़ा नमाजों की अदायगी, (4). इशा के बाद जल्दी सोने की सुन्नत, (5). सबसे अच्छा मुसलमान कौन है ?, (6). ईमान को झुटलाने का गुनाह, (7). आखिरत की कामयाबी दुनिया से बेहतर है, (8). ईमान की बरकत से जहन्नम से छुटकारा, (9). बीमारियों से बचने की तदबीर , (10). किसी बुराई को देखे तो उसे रोकने की कोशिश करे …
(1). रमज़ान की फरज़ियत और ईद की खुशी, (2). काइनात की सबसे बड़ी मशीनरी, (3). हज़रत मुहम्मद (ﷺ) को आखरी नबी मानना, (4). इस्मिद सुरमा लगाना, (5). इज्जत की हिफाज़त करना, (6). मोमिन को नाहक़ क़त्ल करने की सज़ा, (7). दुनिया मोमिनों के लिये कैदखाना है, (8). बुरे लोगों का अंजाम, (9). कै (उल्टी) के जरिये इलाज, (10). ऐ ईमान वालो! तुम सब अल्लाह तआला से तौबा करो।
(1). कैदियों के साथ हुस्ने सुलूक, (2). जमात के मुतअल्लिक़ ख़बर देना, (3). कर्ज़ अदा करना, (4). खाने में बरकत, (5). मुसाफा मगफिरत का जरिया है, (6). गुमराही इख्तियार करने का गुनाह, (7). दुनिया चाहने वालों के लिये नुकसान, (8). कब्र के बारे में, (9). ककड़ी के फवाइद, (10). अपने मातहत लोगो का ख्याल करो …
(1). गजवा-ऐ-बद्र, (2). हवा में निज़ामे कुदरत, (3). अपने घर वालों को नमाज़ का हुक्म देना, (4). खुश्बू को रद्द नहीं करना चाहिये, (5). सलाम करने पर नेकियाँ, (6). शराब, मुरदार और खिन्ज़ीर हराम है, (7). दुनिया की चीज़ों में गौर व फिक्र करना, (8). अहले जन्नत की नेअमतें, (9). आबे जमजम के फवाइद, (10). ऐ ईमान वालो तुम शैतान के नक्शे कदम पर न चलो …
(1). मदीना की चरागाह पर हमला, (2). काफिर का मरऊब हो जाना, (3). दाढ़ी रखने की अहमियत, (4). मगफिरत की दुआ, (5). अच्छे और बुरे अख़्लाक़ की मिसाल, (6). गैरुल्लाह को माबूद बनाने का गुनाह, (7). दुनिया की जाहिरी हालत धोका है, (8). ज़ियादा अमल की तमन्ना, (9). बीमारियों से बचने की तदबीर, (10). सुबह शाम अपने रब को याद किया करो …
(1). मदीना के कबाइल से हुजूर (ﷺ) का मुआहदा, (2). ख़ुशहाली आम होने की खबर देना, (3). गुस्ल में पूरे बदन पर पानी बहाना, (4). बच्चों को यह दुआ पढ़ कर दम करें, (5). पसंद के मुताबिक हदिया देना, (6). यतीमों का माल खाने का गुनाह , (7). दुनिया से बेहतर आख़िरत का घर है, (8). दोज़ख़ की दीवार, (9). सूरह बक़रह से इलाज, (10). अल्लाह तआला ने ज़ुल्म को हराम कर दिया है …
(1). अज़ान की इब्तेदा, (2). हज़रत उमर (र.अ) के हक में दुआ, (3). नमाज़ के छोड़ने पर वईद, (4). बिजली कड़कने और बादल गरजने के वक़्त की दुआ, (5). मोमिन का ऐब छुपाना, (6). बुरे आमाल की नहूसत, (7). दुनियावी ज़िन्दगी धोका है, (8). जन्नत के दरख्तों की सुरीली आवाज़, (9). दुआए जिब्रईल से इलाज, (10). खाने में बरकत …
(1). मस्जिदे नबवी की तामीर, (2). गूलर के फल में अल्लाह की कुदरत, (3). शौहर के भाइयों से परदा, (4). इशा के बाद दो रकात नमाज पढना, (5). इंसाफ करने की फ़ज़ीलत, (6). चाँदी के बरतन में पीना, (7). दो चीज़ों की ख्वाहिश, (8). दोज़खियों का खाना, (9). बिमारियों का इलाज, (10). अल्लाह तआला के साथ किसी को शरीक न करो …
(1). मदीना मुनव्वरा, (2). आँखों की बीनाई का लौट आना, (3). नमाज़ छोड़ने का नुकसान, (4). बुरे लोगों की सोहबत से बचने की दुआ, (5). अल्लाह की राह में अपनी जवानी लगाने की फ़ज़ीलत, (6). रसूल (ﷺ) के हुक्म को न मानने का गुनाह, (7). हलाक करने वाली चीजें, (8). क़यामत के दिन खुश नसीब इन्सान, (9). आबे ज़म ज़म से इलाज, (10). बाएँ हाथ से ना खाएं और ना पियें …
(1). वह मुबारक घर जहाँ आप (ﷺ) ने कयाम फर्माया, (2). इन्सान की पैदाइश तीन अंधेरों में, (3). अल्लाह तआला सबको दोबारा ज़िन्दा करेगा, (4). वुजू में तीन मर्तबा कुल्ली करना, (5). मुसलमान को कपड़ा पहनाने की फ़ज़ीलत, (6). वालिदैन की नाफरमानी और जुल्म करने का गुनाह, (7). दो आदतें, (8). जन्नती का दिल पाक व साफ होगा, (9). इलाज करने वालों के लिये अहम हिदायत, (10). वसिय्यत के लिए दो इंसाफ पसंद लोग गवाह हो। …
(1). मदीना में हुजूर (ﷺ) का इस्तिकबाल, (2). किला फतह होना, (3). वालिदैन के साथ एहसान का मामला करो, (4). घरवालों पर सवाब की नियत से खर्च करना भी सदक़ा है, (5). कुरआन का मजाक उड़ाना, (6). माल की मुहब्बत खुदा की नाशुक्री का सबब है, (7). हर शख्स मौत के बाद अफसोस करेगा, (8). तलबीना से इलाज, (9). औरतो से उनकी दिनदारी की वजह से निकाह करो …
(1). मदीना में हुजूर (ﷺ) का इन्तेज़ार, (2). हुजूर (ﷺ) की दुआ की बरकत, (3). बीवी को उस का महर देना, (4). अल्लाह से रेहम तलब करने की दुआ, (5). नमाज के लिये मस्जिद जाना, (6). इस्लाम की दावत को ठुकराना एक बड़ा जुल्म, (7). इन्सान की ख़सलत व मिजाज, (8). जन्नत का खेमा, (9). 99 बीमारियों की दवा, (10). आखरी रात में वित्र का मौका ना मिले तो शुरू में ही पढ़ ले …
(1). ग़ारे सौर से हुजूर (ﷺ) की रवानगी, (2). साँस लेने का निज़ाम, (3). नमाजों को सही पढ़ने पर मगफिरत का वादा, (4). बीमारों की इयादत करना, (5). नमाज़ के लिये पैदल आना, (6). मस्जिद में दुनिया की बातें करने का गुनाह, (7). कयामत के हालात, (8). पछना के जरिये दर्द का इलाज, (9). आपस में झगड़ा न करो …
(1). हुजूर (ﷺ) ग़ारे सौर में, (2). ऊंटों के मुतअल्लिक़ खबर देना, (3). बीवी की विरासत में शौहर का हिस्सा, (4). मौत की सख्ती के वक़्त की दुआ, (5). वुजू कर के इमाम के साथ नमाज अदा करना, (6). कुफ्र की सज़ा जहन्नम है, (7). आखिरत दुनिया से बेहतर है, (8). हौजे कौसर की कैफियत, (9). बीमार को परहेज़ का हुक्म, (10). लोगों के लिये वही चीज पसंद करो जो तुम अपने लिये पसंद करते हो …
(1). हुजूर (ﷺ) की हिजरत, (2). गिजा और साँस की नालियाँ, (3). सूद से बचना, (4). इशा के बाद जल्दी सोना, (5). जमात के लिये मस्जिद जाना, (6). इजार या पैन्ट टखने से नीचे पहनना, (7). दुनिया से बेरग़वती का इनाम, (8). जन्नतियों का लिबास, (9). दाढ़ के दर्द का इलाज, (10). अमानत वालों को अमानतें वापस कर दिया करो …
(1). नबी (ﷺ) को शहीद करने की नाकाम साजिश, (2). बकरी का दूध देना, (3). सज्द-ए-सहु करना, (4). बारिश के लिए यह दुआ मांगे, (5). घर से वुजू कर के मस्जिद जाना, (6). काफ़िर नाकाम होंगे, (7). लोगों की कंजूसी, (8). हौज़े कौसर क्या है ?, (9). वरम (सूजन) का इलाज, (10). किसी की मुसीबत पर खुशी का इजहार मत करो।
(1). दूसरी बैते अक़बा, (2). हज़रत जाबिर (र.अ) के बाग़ की खजूरो में बरकत, (3). दीन-ऐ-इस्लाम में नमाज़ की अहमियत, (4). जन्नत हासिल करने के लिये दुआ करना, (5). हलाल कमाई से मस्जिद बनाना, (6). अच्छे और बुरे बराबर नहीं हो सकते, (7). दुनिया आरजी और आखिरत मुस्तकिल है, (8). हमेशा की जन्नत व जहन्नम, (9). खजूर से इलाज, (10). दीनदार औरत से निकाह करो।
(1). हज के मौसम में इस्लाम की दावत देना, (2). बहरे मय्यित (Dead Sea), (3). नमाज़ में इमाम की पैरवी करना, (4). सज्दा करने का सुन्नत का तरीका, (5). अज़ान के बाद दुआ पढ़ना, (6). ग़लत हदीस बयान करने की सज़ा, (7). थोड़ी सी रोज़ी पर राज़ी रहना, (8). जहन्नमियों का खाना, (9). निमोनिया का इलाज, (10). अल्लाह और उस के रसूल का हुक्म मानो