क़ुरआन मे मानव जीवन के लिये है – “समता, स्वतंत्रता, बंधुत्व-भावना” : विशम्भर नाथ पाण्डे (भूतपूर्व राज्यपाल, उड़ीसा)
“क़ुरआन ने मनुष्य के आध्यात्मिक, आर्थिक और राजकाजी जीवन को जिन मौलिक सिद्धांतों पर क़ायम करना चाहा है उनमें लोकतंत्र
“क़ुरआन ने मनुष्य के आध्यात्मिक, आर्थिक और राजकाजी जीवन को जिन मौलिक सिद्धांतों पर क़ायम करना चाहा है उनमें लोकतंत्र
कनाडा के डॉ. गैरी मिलर ने इस्लाम अपना लिया और वे इस्लाम के लिए एक महत्वपूर्ण संदेशवाहक साबित हुए। मिलर
• प्रश्नः इस्लाम में शराब पीने की मनाही क्यों है ? » उत्तरः मानव संस्कृति की स्मृति और इतिहास आरंभ
यदि आप धर्मों का अध्ययन करें तो पाएंगे कि हर युग में महिलाओं के साथ सौतेला व्यवहार किया गया, *
दुनियाभर में हुए शोधों ने यह साबित किया है कि खतना इंसान की कई बड़ी बीमारियों से हिफाजत करता है।
# सवाल: नादान लोग कहेते है की मुस्लिम काबे की पूजा करते है,. क्या ये सही है ? » जवाब:
फ़ातिमा अल फ़िहरी, ये नाम शायद आपने नहीं सुना होगा लेकिन ये नाम उतनी ही एहमियत रखता है जितना कि
नई दिल्ली: आतंकवादी संगठन अलकायदा के बाद अब ISIS अपनी आतंकवादी हरकतों से पूरी दुनिया में हैवानियत का खूनी खेल
वो लोग जो अपने क़त्लो-गारत और दहशतगर्दी के कामों को इस्लाम के आदेशानुसार बतलातें हैं वो कुरान और पैगम्बर (सल्लल्लाहू अलैहि
अक्सर हमारे नोंमुस्लिम भाइयों में यह ग़लतफहमी पायी जाती है के वो जिहाद जैसे शब्द का तथाकथित लोगों से अलग
*कुछ गै़र-मुस्लिम भाइयों की यह आम शिकायत है कि संसार भर में इस्लाम के मानने वालों की संख्या लाखों में
डा. एम. ए. श्रीवास्तव नें एक पुस्तक लिखी (हज़रत मुहम्मद सलल्लाहो अलैहि वसल्लम और भारतीय धर्मग्रन्थ) अपनी इस पुस्तक की
इस्लाम में सुअर का माँस खाना वर्जित(हराम) होने की बात से सभी परिचित हैं। निम्नलिखित तथ्यों द्वारा इस प्रतिबन्ध की
(इसे पढने में आपके 2 मिनट ज़रूर लगेगे लेकिन इंशाअल्लाह “आपको बहुत सारी बातें स्पष्ट” हो जाएँगी) * मानव इतिहास
हमारे कुछ हिन्दू भाई हमसे कहते है की तुम मुस्लिम अपनी औरतो को पर्दे मे रख कर उन पर अत्याचार
भूत, प्रेत, बदरूह: ये नाम अकसर इन्सानी ज़हन मे आते ही एक डरावनी और खबायिसी शख्सियत ज़ेहन मे आती हैं
» प्रश्न: अल्लाह ने सभी को अपने मज़हब का क्यों नहीं बनाया…? » उत्तर: इसका उत्तर क़ुरआन ने विभिन्न स्थानों