आफत व बला दूर होने की दुआ

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया:

“जो शख्स (माशाअल्लाह ला हौल वाला क़ूवता इल्लाह बिल्लाह ) पढ़ लिया करे, तो सिवाए मौत के अपने अहल व अयाल और माल में कोई आफत नहीं देखेगा।”

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