Ummat ki Islah किसी मोमिन के लिए यह उचित नहीं के उसमे लानत करते रहने की आदत हो। पैग़म्बर मुहम्मद (ﷺ) ने फ़रमाया: “किसी मोमिन (आस्तिक) के लिए यह उचित नहीं के उसमे लानत करते रहने की आदत हो।“ 📕 तिरमिज़ी SHARE
Nikah Nigaah aur Sharamgah ki hifazat karta hai aur Roza Sehwat ko kum karta hai Ummat ki Islah Muslim Aurat