मोहताजगी व जिल्लत से पनाह माँगना

रसूलुल्लाह (ﷺ)  ने फ़रमाया :
फक्र व मोहताजगी और जिल्लत से इस तरह पनाह माँगा करो :

हम अल्लाह की पनाह चाहते हैं, फक्र व फाका और जिल्लत से और इससे के हम किसी पर जुल्म करें, या हम पर कोई जुल्म करे।

📕 इब्ने माजा : ३८४२