सिनेमा और धरावाहिक के मुताबिक ज़िन्दगी को मोडना मूर्खता है

सिनेमा और धरावाहिक के मुताबिक ज़िन्दगी

“सिनेमा और धरावाहिक के मुताबिक ज़िन्दगी को मोडना मूर्खता है। सिनेमा की नाट्य नहीं बल्कि कच्चा तजुर्बा है ज़िन्दगी।”