अल्लाह की राह में अपनी जवानी लगाने की फ़ज़ीलत

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया:

“जिसने अपनी जवानी अल्लाह के रास्ते में गुजार दी, तो कयामत के दिन उस के लिये एक नूर होगा।”

📕 निसाई : ३१४४